poetry KEHER

Corona ka aaj ye aisa keher aaya, Har insaan ka mann ghabraya.

poetry Hindi Diwas

Bolte hai alg alg bhasha, Bolte hai alg alg bhasha, Hindi , Punjabi,or apni rajya bhasha.

poetry Udaan

Udaan hai phir se khule aasman me, Udaan hai phir se khule aasman me,

poetry घरोंदा...

तिन का -2 जोड के बनाया मैंने एक घरों दा, जाने कहा से तेज़ हवा आई या किसी ने रौंदा, मै तो समझाती रही गेरो को भी अपना, मेरा परिवार मेरी दुनिया, सिर्फ था छोटा सा एक यही सपना,

poetry Hastakshar (Signature)

बचपन की बाहों मे जिनसे सीखे थे अक्षर,  हस्ते -हस्ते रो दिए, कभी रो दिए जो हंसकर, 

poetry औकात

जो कहते थे, तेरी मेरे बिना औकात नही, जो मानते थे उसके सिवा मेरे जज़्बात नही, की अगर हठ गये मेरे पास से, तो मेरी कोई जात ना।

poetry Karz

उधार, रिंड, कर्ज़ केह लो… .. मतलब सब का एक है। लेते तो है सब, लेकिन चुकाता सिर्फ जो नेक है ।